business ideas under 2 lakhs

2 लाख रुपये में कौन सा बिजनेस कर सकते है? जानें मोतियों की खेती से 8-10 लाख तक कमाई का फॉर्मूला!

2 लाख तक की पूंजी में बिजनेस: अगर आपके पास 2 लाख रुपये हैं और आप खुद का बिजनेस शुरु करने का प्लान कर रहे हैं? तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताएंगे, जिसे आप 2 लाख रुपये तक के निवेश में आसानी से शुरु करके 5-10 लाख रुपये की कमाई कर पाएंगे। तो अगर आप इंटरनेट पर 2 लाख तक की पूंजी में बिजनेस? खोज रहे हैं, तो यह बिजनेस आपके लिए परफेक्ट साबित हो सकता है। अब लाखों रुपयों की कमाई देने वाला ये बिजनेस क्या है? और इसे कैसे कर सकते हैं?, चलिए जानते हैं – 

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2 लाख तक की पूंजी में शुरु करें Pearl Farming

2 लाख तक की पूंजी में शुरु करें Pearl Farming
Source: timelesspearl.com

Pearl Farming फार्मिंग यानी की मोतियों की खेती एक ऐसा बिजनेस आइडिया है, जिसे आप 2 लाख रुपये में आसानी से शुरु कर सकते हैं। वर्तमान समय में पर्ल फार्मिंग कम निवेश में ज्यादा पैसा कमाने वाला एक ऐसा बिजनेस आइडिया है, जिसमें जोखिम की संभावना बहुत ही कम है। वर्तमान समय में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में मोतियो की डिमांड भी अच्छी खासी है, तो इस बिजनेस को शुरु करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। 

हालांकि इस बिजनेस को शुरु करना आसान नहीं है, लेकिन अगर आप सही तकनीक और ज्ञान का इस्तेमाल करते हैं, तो आप इस बिजनेस से लाखों का मुनाफा कमा पाएंगे। 

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Pearl Farming (मोतियों की खेती) क्या है?

इतना सब पढ़कर अब अगर आपके मन में ये सवाल आ रहा है कि Pearl Farming क्या है? और क्या मोतियों की खेती करना संभव है। तो आपको बता दें कि हां ये संभव है, मोती की खेती में सीप (Oysters) का उपयोग करके मोती का उत्पादन किया जाता है। इस सीप को कृत्रिम तरीके से मोती बनाने के लिए तैयार किया जाता है। जिसे तालाब या टैंक में पाला जाता है। 1 सीप से आमतौर पर एक या दो मोती प्राप्त किए जाते हैं। 

Pearl Farming कैसे शुरु करें? 

Pearl Farming कैसे शुरु करें? 
Pearl Farming Business

Pearl Farming होती क्या है ये तो आपको पता चल गया, लेकिन इस खेती को किया कैसे जाता है। इसमें कितनी लागत आती है, और मुनाफा कैसे कमाया जाता है। चलिए जानते हैं – 

1. प्रशिक्षण लें –

अब अगर आपने Pearl Farming यानी की मोतियों की खेती करने का मन बना ही लिया है, तो आपको बता दें कि आप इस खेती को करने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी होगी। यह ट्रेनिंग आप सरकार के प्रशिक्षण केंद्र से ट्रेनिंग ले सकते हैं। 

आमतौर पर ट्रेनिंग को पूरा होने में 5-10 दिन लगते हैं। प्रशिक्षण के दौरान आपको मोती की खेती से जुड़ी जानकारी दी जाती है और मोती की खेती से जुड़ी प्रशिक्षण पुस्तिका भी दी जाती है, जो आगे आपके काम आती है। पहले ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित CIFA से ही प्रशिक्षण लिया जाता था, लेकिन समय के साथ अन्य राज्यों ने भी मोती की खेती का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है।  

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पर्ल फार्मिंग से जुड़े प्रशिक्षण केंद्र:

  • CIFA, भुवनेश्वर।
  • MPEDA, कोच्चि।
  • सीडैक (C-DAC), पुणे।

आप चाहें तो पहले से पर्ल फार्मिंग कर रहे किसानों से भी आप ट्रेनिंग ले सकते हैं। 

2. तलाब का निर्माण करवाएं – 

प्रशिक्षण लेने के बाद आपको मोतियों की खेती करने के लिए एक तालाब का निर्माण करना होगा। अगर आपके पास खेत है, तो आप उसमें एक तालाब खुदवा सकते हैं। वहीं आपके पास खेत नही हैं, तो आप सीमेंट के टैंक का निर्माण करवा सकते हैं। तालाब खुदवाने या टैंक बनवाने में आपको 30,000 – 50,000 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं। 

3. सीप खरीदें – 

तालाब का निर्माण करवाने के बाद अब आपको सीप खरीदने होंगे। आप सरकारी संस्थान या स्थानीय मछुआरों से इन्हें खरीद सकते हैं। यह एक प्रकार का जीव होते हैं, जिनका पालन करके आपको मोती तैयार करने होते हैं। तो सीप खरीदते समय ध्यान रखें, की वो जीवित और व्यस्क हों। 

मार्केट में 1 सीप की कीमत 15-30 रुपये तक होती है। मोतियों की खेती की शुरुआत करने के लिए आप 1,000 – 2,000 सीप खरीद सकते हैं। जिसके लिए आपको 30,000 – 60,000 रुपये तक खर्च करने होंगे। सीप खरीदने के बाद आपको इन्हें तालाब में डालना होगा। 

सीप को तालाब में डालने से पहले उन्हें पानी के वातावरण में अनुकूल होने के लिए 10 से 15 दिन के लिए बाहर अलग पानी में छोड़ना होगा, ताकि वो मरें नहीं। आपको ऐसा ऐसा इसीलिए करना है क्योंकि सीपें किसी और पानी से, अलग वातावरण से निकालकर लाइ गई है। 

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4. जलवायु और तालाब में पानी की गुणवत्ता पर ध्यान दें – 

सीप को पालने के लिए आपको जलवायु और तालाब के पानी की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा, नहीं तो आपके सीप मर भी सकते हैं। सीप का पालन करने के लिए आपके पानी का टेम्परेचर ( तापमान) 15-25 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। साथ ही पानी का पीएच स्तर 7-8 के बीच होना चाहिए। 

समय-समय पर मृत सीपों की छटनी करते रहें, ताकि दूसरे सीपों पर उसका प्रभाव ना पड़े। इन सीपों को भी आप बाजार में बेत सकते है। इनका उपयोग सजावटी सामान और गहने बनाने में किया जाता है। 

5. सीपों की सर्जरी करें – 

एक बार सीपों की छटनी हो जाए, तो आपको उनकी सर्जरी करनी होगी। सीपों में सर्जरी एक प्रक्रिया होती है, जिसके तहत मोती तैयार किया जाता है। सर्जरी करने के लिए आपको उन्हें पानी से निकालकर अलग रखाना होगा, ताकि उनका मुंह खुल सके। सर्जरी करते हुए आपको बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। 

सीपों के मुंह को खोलते समय इस बात का ध्यान रखें, कि उनका मुंह ज्यादा नहीं खोले, अन्यथा वे मर जाएंगे। अब सीपों के मुंह को खोलकर उनकी कोशिकाओं में दोनों तरफ हल्का सा कट लगाएं और उसमें बीड डालकर उन्हें बंद कर दिया जाता है। अगर आपको डिजाइनर मोती तैयार करना है, तो आप डिजाइनर बीड भी डाल सकते हैं। 

इसके बाद आपको इन्हें लगभग 10 से 15 दिन तक के लिए एंटीबायोटिक वाले पानी में डालकर रखना है। ध्यान रहे पानी का तापमान ज्यादा नहीं हो। अगर आपको मौसम के बदलते तापमान से सीपों को बचाना है, तो आपको इन सीपों को 5 फीट तक की गहराई में डालना होगा। ताकि इन पर तापमान का कोई प्रभाव नहीं पड़े। 

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6. मोतियों की हार्वेस्टिंग करें – 

सर्जरी के दौरान बहुत सी सीपें मर जाती हैं। ऐसे में आपको फिर से इनकी छटनी करनी होगी, और उन्हें तालाब में डालना होगा। आमतौर पर सीप से मोती बनने में 12-14 महीनों का समय लगता है। सर्जरी करने के बाद आपको सीपों को नायलॉन के बैग में रखकर तालाब में छोड़ देना है, अब समय-समय पर इन्हें चैक करते रहना है, और तालाब में ज्यादा काई इक्ट्ठा नही होने देनी है।  

लगभग 14 महीनों के बाद मोती तैयार हो जाएंगे, जिसके बाद आप इन्हें हार्वेस्ट कर सकते हैं। आपको 1 सीप से आमतौर पर 1 या 2 मोती प्राप्त हो सकते हैं। 

7. मोतियों को कहां बेचें ? 

Pearl Farming से प्राप्त हुए मोतियों को आप राष्ट्रीय या अंतराष्ट्रीय मार्केट में बेच सकते हैं। जहां 1 मोती की कीमत 250 – 1500 रुपये के करीब है। वहीं अगर आप डिजाइनर मोती बेच रहे हैं, तो उस 1 मोती की कीमत 10,000 – 15,000 रुपये के करीब होगी। 

8. जरुरी निवेश –

Pearl Farming करने के लिए आपको कम से कम 2 लाख रुपये खर्च करने होंगे। जिसमें तालाब बनाने बनाने, सीप खरीदने, उनकी देखभाल करने जैसे सभी जरुरी खर्चें समाहित हैं। 

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9. मुनाफा 

इतना सबकुछ पढ़कर अगर आप सोच रहे हैं, कि Pearl Farming में कितना मुनाफा है? तो आपको बता दें कि इस बिजनेस में आप अपनी लागत का दुगना मुनाफा कमा सकते है। जी हां, आमतौर पर एक मोती की कीमत  250 – 1500 रुपये के करीब होती है। जो की मोती की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। 

मान लीजिए आपने 2,000 सीप पाली हैं, जिनमें से 500 विपरीत वातावरण के चलते मर भी गई तो भी 1500 सीप बचेंगी। जिनसे अगर 1-1 मोती भी निकलते हैं, तो 1 साल में आप 1500 मोती इकट्ठा कर पाएंगे। अब अगर आप इन्हें बाजार में बेचेंगे तो 3 लाख 75 हजार से 12 लाख रुपये आसानी से कमा लेंगे। ये आपके पूरे साल की कमाई होगी। अगर आपके मोती की गुणवत्ता काफी ज्यादा अच्छी है, तो आपका 1 मोती ही 2-5 लाख रुपयो में बिक सकता है। इसके अलापा सीप के कवर को भी आप मार्केट में बेच सकते हैं। 

10. Pearl Farming में मौजूद चुनौतियां और उनके समाधान – 

मोतियों की खेती करना थोड़ा चुनौती भरा हो सकता है, लेकिन अगर आप सही समाधान अपनाते हैं, तो आप अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे। 

Pearl Farming में मौजूद चुनौतियां समाधान 
पानी की गुणवत्तापानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए पानी का पीएच स्तर 7-8 और तापनाम 15-25 डिग्री तक रखें। 
सीपों की उच्च मृत्यु दरयह एक कॉमन समस्या है, जिससे बचने के लिए आपको सीपों को तालाब में डालने से पहले उन्हें अच्छी तरह से साफ करना होगा और नियमित रूप से सीपों का निरीक्षण करें और मृत या बीमार सीपों को हटाना होगा। 
बिमारियां सीपों को बिमारियों से बचाने के लिए एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल करें, और टैंक की समय-समय पर सफाई करें। 
बाजार नेटवर्किंगमोती बेचने के लिए आपको अपने नेटवर्क मजबूत करने होंगे, जिसके लिए आप स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ जुड़ सकते हैं और व्यापारिक मेलों में भाग ले सकेत हैं। 

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प्रेरणा: बिहार की मधु ने मोती बेचकर कमाएं 12-15 लाख रुपये 

बिहार के राजगीर में रहने वाली मधु पटेल अपने गांव की एकमात्र मोती की खेती करने वाली किसान हैं। भुवनेश्वर से मोती की खेती करने की ट्रेनिंग लेने के बाद मछलियों के तालाब में ही उन्होंने मोती की खेती करना शुरु कर दिया। 

ऐसा करने पर शाकाहारी मछलियां सीप को नुकसान नहीं पहुंचाती और सीप को खाने के लिए अलग से शैवाल भी नहीं देना पड़ता है।  वे बीते तीन सालों से मोतियों की खेती कर रही है। दैनिक जागरण पर प्रकाशित एक खबर की माने तो मधु पटेल मोतियों की खेती करके साल के 12-15 लाख रुपये कमा रही है। 

निष्कर्ष – 

उम्मीद है कि आर्टिकल को पढ़कर अब आपको 2 लाख रुपये में शुरु होने वाले बिजनेस आइडिया, पर्ल फार्मिंग से जुड़े सभी जरुरी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। तो अब अगर कोई आपसे पूछे कि 2 लाख रुपये में कौन सा बिजनेस कर सकते है?, तो आप उन्हें Pearl Farming का आइडिया दे सकते हैं। यह कम निवेश में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया है। तो अगर आपके पास 2 लाख रुपये हैं, तो आज ही इस बिजनेस को शुरु करें। 

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FAQs: Pearl Farming में अक्सर पूछे जाने वाले सावाल

Q.1 – मोती की खेती कैसे होती है?

Ans – मोती की खेती करने के लिए आपको पहले ट्रेनिंग लेनी होगी, उसके बाद सीप खरीदकर उन्हें तालाब में पालना होगा। मोती प्राप्त करने के लिए आपको सीपों की सर्जरी करनी होगी। सर्जरी के 12-14 महीनें के बाद मोती बनकर तैयार हो जाता है, जिन्हें आप मार्केट में बेच सकते हैं। 

Q. 2 – एक मोती कितने का बिकता है?

Ans – आमतौर पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1 मोती की कीमत 250-1500 रुपये के करीब होती है। मोती की कीमत उसकी गुणवत्ता के आधार पर तय की जाती है। 

Q. 3 – मोती की खेती में कितना खर्चा आता है?

Ans – मोती की खेती में 2,000 सीपों को पालने के लिए आपको कम से कम 2 लाख रुपये खर्च करने होंगे। अगर आप 50 सीपों से मोती की खेती शुरु करते हैं, तो आप 25,000 – 30,000 रुपये की लागत से भी इसे शुरु कर सकते हैं। 

Q. 4 – मोती की खेती की ट्रेनिंग कितने दिन की होती है?

Ans – मोती की खेती की ट्रेनिंग 5-10 दिनों की होती है। ये ट्रेनिंग आप किसी भी सरकारी संस्थान से प्राप्त कर सकते हैं। 

Q. 5 – मोतियों के कितने प्रकार होते हैं?

 Ans – आमतौर पर मोती अलग-अलग आकार के होते हैं। जैसे – गोल, बटन, ड्रॉप, अर्ध-गोल, नाशपाती, अंडाकार और बारोक।

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